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Monthly Archives: October 2010

Film city plan may finally materialise

 

Shimla, October 30
The plans of the Tourism Department to set up a film city in the state may finally materialise with some prominent film and television producers evincing keen interest in setting up a film city, which would facilitate shooting of Bollywood flicks at picturesque locations in Himachal.

It was at the investors meet organised by the department at New Delhi recently that some people associated with the film and television world expressed their desire to set up a film city in Himachal. Though the government has been very keen to set up a film city, but the plans have failed to take off so far.

“We received very encouraging response from some renowned film and television personalities and we are exploring the possibility of setting up a film city in public-private partnership at some place within the state,” said director, Tourism and Civil Aviation, Arun Sharma.

One of the participants at the meet, Sandeep Marwah, director of Asian Academy of Film and Television and the Asian School of Media Studies, interacted with senior tourism functionaries and offered to set up a film city in Himachal. He is the founder of film city in Noida and has also been associated with the production of more than 2,500 television programmes and 70 feature films.

He has been associated with the production of 1,500 short films, which is highest in the world. He is the president of International Film and Television Club, chairperson of International Film and Television Research Centre and the honorary cultural ambassador of Wales in India.

With a huge chunk of land required for meeting the requirement of a film city, the government has so far zeroed down on Saketi in Sirmour, Baragaon, near Manali, and Jhatingiri in Mandi. “If more investors are interested, we can think of having more than one film city also,” said Sharma. The department has already set the ball rolling and various procedures and formalities that need to be fulfilled are being completed.

During the meet, the producers admitted that Himachal had everything that was ideal for shooting films, but lack of infrastructure compels them to travel abroad where everything is taken care of with no hassles at all. They pointed out that if the shooting equipment like lights and big cameras were available they would love to shoot in Himachal.

Despite Sanjay Leela Bhansali shooting his widely acclaimed film “Black” in Shimla, not, too, many producers take the trouble of holding their shoots in Himachal. Places like Kullu-Manali, Chamba, Dalhousie and Shimla have ideal locales for film shooting.

5 more undelivered marksheets found

 Shimla, October 30
The CID team investigating the fake marksheet scam in Himachal Pradesh University (HPU) today recovered five undelivered marksheets from the possession of the main accused, Pankaj, alias Gurvinder, which will help identify the beneficiary students.

Following the unearthing of the scam, the case had been handed over to the CID. “With these five marksheets we now have eight such documents which had not yet been delivered to the students,” revealed Brajesh Sood, DSP (CID), heading the investigation.

He said since the addresses of the students were not mentioned in the marksheet, the CID would soon try to establish their identify after getting in touch with the university authorities.

Sood said the five certificates found in possession of the main accused were of BA, BCom and BSc courses. “We have been able to establish the identity of some other students and soon we will be calling them for questioning,” Sood said.

The kingpin of the scam had been arrested by the CID from the New Shimla area two days back. During interrogation he admitted to have made about 35 such marksheets even though the police apprehended that the number could be more than this.

The police would also look into the aspect whether those who acquired the fake marksheets had put them to use to obtain jobs or admission either in postgraduation or higher classes. In many cases the main accused was not even aware of the exact address of the beneficiary students, as it was through others that they got in touch with him. However, investigations held into the case till now indicate that majority of the students who tried to benefit from the illegal act hail from Shimla district only.

तकनीकी विवि से मिलेगी अब कॉलेजों को मान्यता

शिमला.प्रदेश में खुलने वाले नए इंजीनियरिंग कॉलेजों को अब तकनीकी विश्वविद्यालय से मान्यता लेनी होगी।फरवरी 2011 से ऑल इंडिया काउंसिल से मंजूरी लेने वाले नए इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए यह नया सिस्टम लागू कर दिया जाएगा। वर्तमान व्यवस्था के तहत इंजीनियरिंग कॉलेज प्रदेश विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त हैं।

तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने नया सिस्टम लागू करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरा करने की प्रकिया शुरू कर दी है। सरकार ने जहां तकनीकी विश्वविद्यालय को हमीरपुर मंे स्थापित करने के लिए मंजूरी दे दी है।

इसके लिए पद भी स्वीकृत किए जा चुके हैं और कुलपति के चयन के लिए सर्च कमेटी का भी गठन कर लिया है। कुलपति और पदों को भरने की प्रकिया को जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। फार्मेसी कॉलेज, कंप्यूटर एप्लीकेशन और दूसरे कुछ अन्य संस्थानों की संबद्धता भी इसी विश्वविद्यालय से होगी।

इस नए सिस्टम के लागू होने से प्रदेश विश्वविद्यालय से सबंद्धता प्राप्त कई संस्थान भी प्रभावित होंगे। अभी प्रदेश विश्वविद्यालय से लगभग 47 तकनीकी शिक्षण संस्थान ऐसे हैं जिन्हें भी तकनीकी विश्वविद्यालय से ही संबद्धता लेनी होगी,

लेकिन जो छात्र वर्तमान में इन तकनीकी शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत हैं उन्हें डिग्रियां देने का अधिकार प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के पास ही रहेगा, लेकिन नए सत्र से प्रवेश लेने वाले छात्रों को डिग्री प्रदान करने का अधिकार तकनीकी विश्वविद्यालय को चला जाएगा।

जानकारों की मानें तो इससे प्रदेश विश्वविद्यालय को इस नई व्यवस्था से फायदा ही होने वाला है। विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त संस्थानों की संख्या इस समय लगभग दो सौ का आंकड़ा पार कर चुकी है और इनके परीक्षा परिणाम तैयार करने में कई तरह की दिक्कतें भी आ रही है।

परीक्षा शाखा में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण परीक्षा परिणाम तैयार करने में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। इनके परीक्षा परिणामांे की तैयार करने की जिम्मेदारी तकनीकी विश्वविद्यालय के पास चले जाने से शिमला विश्वविद्यालय से लगभग 35 हजार छात्रों का बोझ भी कम हो जाएगा।

Solan छात्र संगठनों में तकरार

डिग्री कॉलेज सोलन में शविवार को एबीवीपी और एसएफआई कार्यकर्ताओं में तकरार हो गई। हालांकि प्रिंसिपल तक मामला पहुंचने से पहले मामला शांत हो गया। एक तरफ एबीवीपी ने एसएफआई पर सीएसए रूम में जबरन घुस कर तोडफ़ोड़ करने का आरोप लगाया। वहीं एसएफाई ने भी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर इकाई के पोस्टर फाडऩे का आरोप जड़ा है। दोनों की छात्र संगठनों ने एक-दूसरे पर कॉलेज का शैक्षणिक माहौल खराब करने का आरोप लगाया है।

एबीवीपी इकाई सचिव दीपक शर्मा ने कहा कि जब चयनित प्रतिनिधि अन्य छात्रों के साथ एससीए रूम में बैठे थे तो एसएफआई के इकाई कैंपस प्रधान समीर ठाकुर बाहरी लोगों के साथ वहां आए एससीए रूम की तोड़-फोड़ करने लगे।

उन्होंने कहा कि जैसे ही इस बात की सूचना प्रिंसिपल को दी एसएफआई के कार्यकर्ता वहां से भाग गए। उन्होंने कहा एसएफआई को छात्र संघ चुनावों में प्रदेश भर में मिली हार के बाद इकाई के कार्यकर्ताओं में बौखलाहट है। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में भी एएफआई ऐसी हरकत करती है तो आंदोलन शुरू कर देगी।

वहीं एसएफआई के परिसर सचिव समीर ठाकुर और सचिव मनोज ने कहा कि एबीवीपी ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कॉलेज में एसएफआई के पोस्टरों को फाड़कर शैक्षणिक माहौल खराब किया। उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने एससीए रुम को मौज मस्ती का अडा बना दिया है। एससीए रूम में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का जमघट होने से आम छात्र अपनी समस्याओं को चयनित प्रतिनिधियों को नहीं बता पाते। उन्होंने कहा कि यदि विद्यार्थी परिषद का यही रवैया रहा तो इकाई कॉलेज कैंपस में उग्र आंदोलन शुरू कर देगी।

सुलझा लिया है मामला: उधर प्रिंसिपल मंजूषा पठानिया ने कहा कि दोनों दो संगठनों में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई है, लेकिन दोनों पक्ष से बातचीत कर मामला सुलझा लिया गया है।

अंतरराज्यीय चोर गिरोह का सरगना सहित दो गिरफ्तार

सोलन। शहर में पिछले एक साल के भीतर हुई कई बड़ी चोरियों का मास्टर माइंड सरगना सहित एक अन्य चोर को सोलन पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। प्रारंभिक जांच में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने सोलन में तीन बड़ी चोरियां करने की बात स्वीकार भी कर ली है। चोरों के पास से दो पिस्टल भी बरामद की गई हैं।
पुलिस अधीक्षक सोलन हृदेश बिष्ट ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस ने कुछ समय पहले कंडाघाट में एक अल्टो कार बरामद की थी, जिसकी जांच के बाद पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे थे। इसी आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और २५ अक्तूबर की मध्य रात्रि को चंडीगढ़ के समीप बुड़ैल नामक स्थान पर सोलन पुलिस ने छापा मारा और एक किराये के कमरे से मुख्य सरगना पवन कुमार शर्मा निवासी गांव ठिडरोग, तहसील शिमला और नरेश कुमार निवासी करियाली तहसील शिमला को मौके से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कमरे से पुलिस ने एक लाख ३० हजार रुपए नकद, दो पिस्टल, नौ कारतूस, चार लैपटाप, कई कैंडी कैमरे और सोने व चांदी के कई जेवरात बरामद किए गए।
पुलिस अधीक्षक हृदेश बिष्ट ने बताया कि सोलन के हाउसिंग बोर्ड निवासी बीडी पाठक के घर से कुछ समय पहले चोरी हुए एक पिस्टल और कारतूस भी इन चोरों के कब्जे से बरामद कर लिए गए हैं। इसके अलावा सोलन में तीन अन्य चोरियों में हाथ होने की बात भी गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकारी है। आरोपियों के कब्जे से एक टाटा सफारी कार नंबर एचआर ७०ए-६७४७ और एक मोटरसाइकिल नंबर एचआर६२ए-०२७५ को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि स्थानीय कौन लोग इस चोर गिराह में शामिल हैं, पुलिस उनका पता लगाने में जुटी है। उन्होंने बताया कि इस पूरे जांच आपरेशन में खुद पुलिस अधीक्षक, डीएसपी (मुख्यालय) सुशील कुमार शर्मा एवं डीएसपी प्रोविजनर पुनीत रघु की टीम ने कड़ी मेहनत की। सोलन पुलिस ने इनके एक अन्य साथी सुनील कुमार को दो दिन पूर्व ही चंबाघाट के समीप गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि अभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ चल रही है। हो सकता है कि शिमला एवं अन्य जगह हुई चोरी की वारदातों में भी इनका हाथ हो।

नाबालिग को भगाने वाला गिरफ्तार

अर्की (सोलन)। अर्की पुलिस थाना के अंतर्गत नाबालिग लड़की को शादी के नाम पर घर से भगाने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी आरपी शर्मा ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सोयली गांव निवासी लड़की की माता की ओर गत सप्ताह लड़की को भगाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी लड़के तथा लड़की को ममलीग से बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि लड़की नाबालिग है, इसलिए विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले पर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है।

Chandigarh boys held for theft

Solan, October 29
The police claims to have solved several cases of burglary and theft which had taken place in the town recently with the arrest of two youths from Burail in Chandigarh.

Solan SP Hardesh Bisht told mediapersons here today that they had arrested Pawan and Naresh from their house at Burail in Chandigarh after Sunil, who was arrested earlier, had revealed that they had carried out various robberies and burglaries in the town.

The police recovered a 9mm pistol, another .32 bore pistol, which was stolen from BD Pathak, a local resident here, from them. Two cartridges, jewellery worth Rs 1.30 lakh, silver ornaments, four laptops, digital cameras, a Tata Safari and a motorcycle were also recovered from the Chandigarh youths.

Pathak’s house had been burgled and valuables, including this pistol, had been stolen from his house.

The SP said their preliminary investigation had revealed their involvement in cases of burglary and robbery in the town and more details would emerge after detailed investigations.

A case under the Arms Act and various Sections of robbery and burglary has been registered against them.

The SP said it was the interception of Sunil Kumar during a routine checking that led to the arrest of the two youths from Burail. Sunil, who hails from Hamirpur, was part of the gang who had been active in the town for the past several months.

He was earlier arrested on suspicion when two numberplates that were displayed at the front and rear of a Maruti 800, which he was driving, displayed different numbers.

A subsequent search led to the recovery of a sword, house-breaking equipments and some numberplates, which led to his arrest. Sunil was also involved in another burglary at the Chakker area of Shimla, where a woman was looted by masked sword-wielding youths in the recently.

सुनील की गिरफ्तारी से खुलेंगे चोरी के राज

सोलन। शहर में पिछले कई महीनों में हुई बड़ी चोरियों के अंतरराज्यीय चोर गिरोह का सोलन पुलिस ने पता लगा लिया है। यहां तक कि उनमें से कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। मंगलवार को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार आरोपी सुनील कुमार और पकड़ी गई मारुति कार दोनों सोलन में हुई चोरियों में संलिप्त पाए गए हैं। बहरहाल गिरफ्तार सुनील कुमार को वीरवार को पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
सोलन पुलिस अधीक्षक हृदेश बिष्ट ने सोलन और शिमला में हुई कई चोरियों के मामले में आरोपियों का तो पूरा खुलासा अभी नहीं किया, लेकिन इतना बताया कि अंतरराज्यीय चोर गिरोह के कुछ सदस्य पुलिस की गिरफ्त में हैं। जल्द ही सोलन पुलिस प्रदेश में चोरी का बड़ा खुलासा करने जा रही है।
मंगलवार को सदर थाना प्रभारी चमन लाल के नेतृत्व में पुलिस दल ने चंबाघाट में जांच के दौरान एक मारुति कार, जिसके आगे की नंबर प्लेट पर डीएल२जी-६९१४ और पीछे की प्लेट पर डीएल२सी-६९१४ अंकित था, की तलाशी ली तो कार के भीतर से दो तलवारें, दो दराट, एक झब्बल, चार अलग-अलग नंबरों की प्लेटें और एक शेर का मुखौटा बरामद किया। कार में आरोपी सुशील कुमार पुत्र जगत सिंह निवासी गांव वंदवी डाकघर लदरौर जिला हमीरपुर को गिरफ्तार किया गया है।
बुधवार को गिरफ्तार आरोपी को सोलन कोर्ट ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। एसपी हृदेश बिष्ट ने बताया कि आरोपी से जो कार बरामद की गई है, वह सोलन में हुई कई चोरियों की वारदात में प्रयोग हुई है, जिससे साफ है कि आरोपी चोर गिरोह का सदस्य है। उन्होंने कहा कि सोलन पुलिस जल्द ही सोलन में हुई कई चोरियों और एक घर से चोरी हुई पिस्टल का पता लगाने में सफल होगी। शिमला के बालूगंज में हुई चोरी की वारदात के सिलसिले में पकड़े गए चार आरोपियों को भी सोलन पुलिस ने ही यहां पकड़कर शिमला पुलिस के हवाले किया था।

सोलन बना एजूकेशन हब : धूमल

मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि सोलन जिला तेजी से एजूकेशन हब के तौर पर विकसित हो रहा है। मुख्यमंत्री वीरवार को कसौली विधानसभा क्षेत्र के कंडा गांव में जनसभा में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इससे पहले धर्मपुर में एक करोड़ 65 लाख रुपए की लागत से रेलवे ट्रैक पर बने पुल व 10 लाख की लागत से बने अंबेडकर भवन को जनता को समर्पित किया।

मुख्यमंत्री ने बातल का बाग-कंडा सड़क के निर्माण के लिए 5.30 करोड़ रुपए स्वीकृत किए। इस सड़क के निर्माण से 13 गांव के 2082 लोगों को लाभ होगा। उन्होंने धर्मपुर में सीएचसी के नए भवन के निर्माण के लिए 1.50 करोड़ रुपए स्वीकृत किए। इसके अलावा कंडा स्कूल भवन के लिए 10 लाख रुपए भी मंजूर किए। इस मौके पर सांसद वीरेंद्र कश्यप, कसौली के विधायक डॉ. राजीव सैजल, अर्की के विधायक गोविंद राम, भाजपा मंडल अध्यक्ष अमर सिंह परिहार, युवा मोर्चा अध्यक्ष संजय ठाकुर, बघाट बैंक के चेयरमैन पवन गुप्ता, जोगिंद्रा बैंक के चेयरमैन लाज किशोर शर्मा, तीर्थराम ठाकुर, मोहन सिंह ठाकुर, मंडल महासचिव सुंदरम ठाकुर मौजूद रहे।

हिमाचल प्रदेश के निजी स्कूलों में सरकारी फीस

 

शिमला . हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा के व्यापारीकरण को रोकने के लिए कुछ कड़े कदम उठाए हैं। निजी स्कूलों में अब सरकारी स्कूलों के आधार पर एडमिशन फीस ली जाएगी। हर निजी शिक्षण संस्थान का पांच साल में एक बार निरीक्षण किया जाएगा। प्रदेश में अभी दो हजार से अधिक निजी शिक्षण संस्थान चल रहे हैं और इनकी संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। निरीक्षण के दौरान खामियां पाए जाने पर इनकी संबद्धता रद्द की जा सकती है।

10वीं, 12वीं की परीक्षा फीस तय

प्रदेश मुक्तविश्वविद्यालय के माध्यम से 10वीं, 12वीं की परीक्षा देने के लिए फीस तय कर दी गई है। अगर कोई 10वीं परीक्षा देना चाहता तो उसे एक हजार जबकि अतिरिक्त पेपर देने के लिए 150 रुपए देने होंगे। 12वीं के पांच विषयों में परीक्षा देने के लिए 1150 रु. शुल्क निर्धारित किया है जबकि अतिरिक्तविषय में पेपर देने के लिए 180 रुपए का शुल्क प्रति पेपर के हिसाब से देना होगा।

दसवीं के लिए उम्र 14

दसवीं की परीक्षा के लिए छात्रों की आयु की न्यूनतम सीमा 14 साल निर्धारित कर दी गई है। यह नई आयु सीमा पहली अक्टूबर तक मानी जाएगी। मालूम हो कि इससे पहले तक दसवीं की परीक्षा देने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 15 साल निर्धारित की गई थी, जिसे अब एक साल कम किया गया है। बोर्ड के अध्यक्ष को आयु सीमा में छह माह तक की छूट देने की शक्तियां भी दी गई हैं।

इनकी लेनी होगी एडमिशन फीस

पहली, छठी, नौवीं, जमा एक और जमा दो कक्षाओं के लिए ही एडमिशन फीस लेनी होगी। शिक्षा बोर्ड ऐसे संस्थानों के खिलाफ कारवाई करेगा, जिन्हें स्कूल चलाने के लिए शिक्षा विभाग ने एनओसी तो जारी किया है लेकिन वे शिक्षा बोर्ड से संबद्धता प्राप्त नहीं हैं। इनके खिलाफ शिकायत मिलने पर संस्थान को बंद कराने के बारे में मामला निदेशक शिक्षा और जिला उपनिदेशक शिक्षा को भेजा जाएगा।